छत्तीसगढ़ में तोता या अन्य पक्षी पालने वालों को हो सकती है जेल, वन विभाग ने जारी किया आदेश

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Breaking News: Chhattisgarh में तोता पालने वालों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी | एक हफ्ते में जमा नहीं कराने पर जेल!

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर वन विभाग ने तोता और दूसरे पक्षियों की बिक्री करने उसे पिंजरे में कैद कर पालने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है बिलासपुर डीएफओ ने पक्षी पालने वालों को 7 दिन का अल्टीमेटम दे दिया है ऐसा नहीं करने पर जेल भी जाना पड़ सकता है

सभी पक्षियों को पिंजरे से निकलकर कानून पिंडारी जू प्रबंधन को सौंपने के लिए कहा गया है इसके लिए टोल फ्री नंबर 18033700 नंबर भी जारी किया गया है ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया जाएगा इस आदेश के बाद तोता सहित पक्षी पालने वालों में हड़काम मच गया है |

छत्तीसगढ़ में तोता या अन्य पक्षी पालने वालों को हो सकती है जेल जल्द करे अपनी तोता को आजाद

दरअसल विभाग की निष्क्रियता और ध्यान नहीं देने के कारण से खरीदी और बिक्री हो रही है प्रतिबंध पक्षियों को लोकपाल भी रहे हैं इस पर अपार प्रधानमंत्री वन संरक्षक ने नाराजगी जाहिर की है राज्य पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ ने वन विभाग के निर्देश पर प्रदेश भर में तोता सहित वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम की अधिसूची में दर्ज सभी पक्षियों को वन विभाग को सौंपने का आदेश जारी कर दिया है वन विभाग के आवसारों के अनुसार तोता या अन्य पक्षी जो वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 यथा संशोधित में 2022 के अनुसूची में शामिल है

उनकी खरीदी बिक्री और पालन करना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है इसे अपराध की श्रेणी में रखा गया है वन विभाग से आदेश जारी होने के बाद अब तय समय के भीतर तोता सहित पक्षियों को कानन पेंडारी जू में जमा करना होगा तय समय सीमा पूरी होने के बाद वन विभाग की टीम लोगों के घरों में जाएगी और पक्षी पालने की शिकायत मिलने पर छापेमारी कर कार्रवाई करेगी आदेश के बाद भी पक्षियों को पिंजरे में कैद रखने पर उनके खिलाफ केस दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी आदेश जारी होने के बाद यहां अब शक्ति बढ़ाने की तैयारी है बनकर्मियों और अधिकारी से लेकर उड़न दस्ता को जांच के निर्देश दे दिए गए हैं मुख्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि पक्षियों को पास के शासकीय चिड़ियाघर को सौंपड़ा होगा अगर कोई पक्षी स्वस्थ है तो उसे तत्काल प्राकृतिक रहवास क्षेत्र में छोड़ना होगा

मामले में बिलासपुर वन विभाग के एसडीओ ने बताया कि अभी अल्टीमेटम दिया गया है अगर 7 दिन के अंदर कानन पेंडारी में पक्षियों को जमा नहीं कराया गयातो कड़ी कार्रवाई की जाएगी जेल के साथ जमाने की कार्रवाई भी की जाएगी तोते को पिंजरे में कैद करने से जैव विविधता पर बुरा असर पड़ रहा है साथ ही शिकार और तस्करी रोकने का फैसला लिया गया है अब इस फैसले पर आपकी क्या राय है कमेंट करके जरूर बताएं 

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