छत्तीसगढ़ में ‘उधार’ का महतारी वंदन ! SC, ST और बच्चों के फंड से चली योजना। साय सरकार ने कर ली 3000 करोड़ की कटौती। विष्णु सरकार का नया फॉर्मूला। चुनाव का चंदन, घिस मेरे नंदन। भेंट चढ़ा आदिवासियों और बच्चों का ‘पोषण’।
महतारी वंदन योजना नाम तो सुना ही होगा यह वही योजना है जिसे छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में ट्रंप कार्ड के तौर पर इस्तेमाल किया था बीजेपी ने गेम खेला था वह कामयाब भी हुआ और दोनों चावनी में बीजेपी को बंपर जीत हासिल हुई यानी चुनावी जितने में महतारी वंदना योजना का बेहद अहम रोल माना जा रहा है लेकिन बीजेपी सरकारी महतारी वंदन योजना कैसे कर पाई उसका पूरा लेखा जोखा हम आपको इस रिपोर्ट में बता रहे हैं
क्योंकि महतारी वंदन योजना मोदी की गारंटी में शामिल थी लिहाजा साय सरकार पर इसे पूरी करने का जबरदस्त प्रेशर था दबाव था हर महीने 70 लाख से ज्यादा महिलाओं को योजना के तहत हर महीने ₹1000 देने के लिए भाजपा सरकार ने गजब का रास्ता खोज निकाला सरकार ने एससी एसटी और बच्चों के फंड में कटौती कर दी और पूरे फंड का इस्तेमाल महतारी वंदन के लिए यानी आदिवासियों और बच्चों के हक का पैसा महिलाओं के खाते में जमा कर दिया गया कैसे विस्तार से बता रहे हैं
छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने बिना फंड कर लिये महतारी वंदन सिर चढ़ा आदिवासियों और बच्चों का पोषण विष्णु सरकार का नया फार्मूला चुनाव का चंदन, घिस मेरे नंदन साय सरकार ने महतारी बंधन योजना में कर डाली 3000 करोड़ की कटक देखिए कर सूत्र का बड़ा खुलासा 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने छत्तीसगढ़ में महतारी बंधन योजना को इक्के की तरह इस्तेमाल किया जिसे मोदी की गारंटी नाम देकर खूब प्रचारित और प्रसारित किया गया चाल चल गया और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बन गई फिर नई सरकार ने सत्ता संभालते ही आनंद-पणन में 70 लाख से ज्यादा महिलाओं को महतारी वंदन योजना में शामिल कर लिया हर पत्र महिला के खाते में हर महीने ₹1000 डाले जाने लगे यानी साय सरकार के खजाने पर हर महीने 700 करोड रुपए से ज्यादा का भार गया
अब बीजेपी सरकार के लिए यह कदम इसलिए भी की लोकसभा चुनाव आने वाले थे और यदि मोदी की गारंटी को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया जाता तो लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़े घाटे की आशंका थी सरकार ने खाली खजाने में से 700 करोड रुपए से ज्यादा की रकम निकाल ली और हर महीने महिलाओं को बांटना शुरू कर दिया
अब सवाल यह उठता है कि जब सरकारी खजाना खाली था तो यह पैसे आएगा दरअसल यह पैसे एससी एसटी और बच्चों के खातों से आए यानी भाजपा सरकार ने किसी दूसरे मत का पैसा महतारी वंदन योजना में लगाना अब आपको इसका पूरा हिसाब किताब बताते हैं दरअसल साइन सरकार ने महतारी वंदन योजना के लिए आदिवासी अप योजना अनुसूचित जाति उप योजना और महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं से पैसे निकाले सरकार ने 2023 24 में 1311 करोड़ और 2024 25 में 1980 करोड रुपए इन योजनाओं से निकले
इस तरह आदिवासियों और बच्चों के हक के कुल 3291 करोड रुपए सारी सरकार ने महतारी बंधन में छोड़ दी अब कब और कितना फंड लिया वह भी जान लेते हैं फरवरी 2024 में सहायक सरकार ने 687 करोड रुपए निकाले जिनमें अनुसूचित जनजाति मध्य से 266 करोड़ अनुसूचित जाति मत से 84 करोड़ और महिला एवं बाल विकास विभाग से 337 करोड रुपए निकाले गए इसी तरह मार्च 2024 में 623 करोड रुपए निकाले गए
जिनमें अनुसूचित जाति मत से 243 करोड़ अनुसूचित जाति मत से 67 करोड़ और महिला एवं बाल विकास विभाग से 313 करोड़ निकले अप्रैल 2024 में सरकार ने 670 करोड रुपए निकाले जिम अनुसूचित जनजाति मध्य से 255 करोड़ अनुसूचित जाति मध्य से 80 करोड़ और महिला एवं बाल विकास विभाग से 335करोड़ निकले में 2024 में कुल 660 करोड रुपए निकाले गए जिनमें अनुसूचित जनजाति मध्य से 251 करोड़ अनुसूचित जाति मत से 79 करोड़ और महिला एवं बाल विकास विभाग से 330 करोड रुपए निकाले इसी तरह जून 2024 में कुल 650 करोड रुपए सारी सरकार ने निकाले जिम अनुसूचित जनजाति मत से 247 करोड़ अनुसूचित जाति मत से 78 करोड़ और महिला एवं बाल विकास विभाग मत से 325 करोड रुपए निकाले गए और यही है प्रीवियस यानी मुफ्त की रेवड़ियों का असर सारी सरकार ने आदिवासी अनुसूचित जाति और बच्चों के हक के पैसों से महतारी वंदन कर डाला
इसका मतलब बीजेपी महाचोर है