देश भर में संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण का मुद्दा गर्माते जा रहा है जिसके लिए कर्मचारी लगातार आंदोलनरत हैं वहीं दूसरी तरफ अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के भी वेतन वृद्धि और नियमित्तिकरण की मांग जोर पकड़ने लगी है हालांकि कई राज्यों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की सैलरी में इजाफा हुआ है ऐसी बीच छत्तीसगढ़ के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के नियमित कारण को लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जवाब दिया दरअसल विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सदन के कई सदस्य ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की वेतनमान रिक्त पद सहित कई दूसरे मुद्दों पर प्रश्न लगाया था
जिसका मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जवाब दिया है विधायक धरमलाल कौशिक ने प्रश्न पूछा था कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के प्रदेश भर में कितने पद स्वीकृत रिक्त और भरे हुए हैं रिक्त पदों की पूर्ति कब तक की जाएगी धरमलाल कौशिक के सवाल के जवाब में मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने बताया कि प्रदेश भर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रथम वित्तीय व तृतीय श्रेणी के कुल 52436 पद स्वीकृत है जिसमें से51 हजार 53 पदों पर नियुक्ति हो चुकी है और 1383 पद रिक्त है तो वहीं आंगनबाड़ी सहायिकाओं के 47436 पद फिक्र थे जिसमें 45210 पदों पर नियुक्ति हो चुकी है जबकि 2226 पदों पर भारती की जानी है
हालांकि मंत्री राजवाड़े ने यह भी कहा कि रिक्त पदों पर भारती की समय सीमा नहीं बताई जा सकती तो वहीं दूसरी तरफ विधायक ललित चंद्राकर के सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं हेतु केंद्र सरकार द्वारा 4500 रुपए प्रतिमा व सहायिकाओं हेतु 2250 रुपए प्रतिमा केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित मानदेय है इसमें 60% केद्रंज और 40% राज्यांश की राशि है भारत शासन से प्राप्त राशि के अतिरिक्त छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अपनी निधि से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को हर महीने ₹5500 और सहायिकाओं को प्रतिमा 2750 रुपए दिया जा रहा है यह शत प्रतिशत राज्यांश है आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाएं मानसेवी भी हैं
अत इन्हें वेतन की बजाय मानदेय दिया जाता हैइनके मानदेय हेतु कोई भी नई घोषणा नहीं की गई है इसी संदर्भ में विधायक दीपेश साहू ने सवाल किया था कि आंगनबाड़ी केदो में कार्यरत कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का वेतन किस श्रेणी के कर्मचारियों की श्रेणी के अंतर्गत दिया जाता है क्या भविष्य में इनके नियमितीकरण की कोई योजना है दीपेश साहू के सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं का पद मानसेवी भी है इसलिए उनके वेतन का निर्धारण नहीं किया गया है इन्हें मानदेय दिया जाता है नियमितीकरण के सवाल पर मंत्री ने बताया कि आंगनबाड़ी सेवाएं केंद्र सहायक योजनाएं हैं योजना प्रावधानों के अंतर्गत आंगनबाड़ी में कार्यरत कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का पद मानसेवी भी है अतः इनके नियमितीकरण के संबंध में प्रस्ताव विचार अधीन नहीं है और इस पूरे मुद्दे पर आपकी क्या राय है कमेंट करके बातये