Chhattisgarh के शिक्षकों ने अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है करीब 1 लाख 80 हजार शिक्षक आज सामूहिक अवकाश लेकर एकदिवसीय हड़ताल पर है यह शिक्षक अपने-अपने जिलों में प्रदर्शन कर रहे हैं शिक्षकों के एक साथ हड़ताल पर चले जाने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित है शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हो रहे इस प्रदर्शन में शिक्षक वेतन विसंगति क्रमंगती समयमान पदोन्नति पेंशन और अन्य मांगों को लेकर अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं शिक्षकों का कहना है कि वेतन विसंगति को दूर करने की बात मोदी की गारंटी में वर्तमान सरकार ने खुद अपने संकल्प पत्र में की थी ऐसे में अपनी इन्हीं मांगों को लेकर प्रदेश के शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं प्रदेश के शिक्षकों में संविलियन के बाद उनकी वर्षों की पुरानी सेवा को शून्य किए जाने से बड़ी नाराजगी है
इसके कारण उन्हें कर्मचारियों को मिलने वाले त्रिस्तरीय क्रमन्नति या समयमान वेतनमान से वंचित होना पड़ रहा है आपको बता दें कि प्रदर्शनकारी शिक्षकों का दावा है कि पूरे प्रदेश में शिक्षक से लेकर प्राचार्य तक के लगभग 30 हजार पदरिक्त पड़े हुए हैं जिसमें सरकार के द्वारा आज तक कोई भी भर्ती नहीं हुई है छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा में ऐसे लोग शामिल हैं जो सन 1998 में शिक्षाकर्मी के रूप में उनकी नियुक्ति हुई थी साल 2018 में उन्हें शिक्षा विभाग में संविलियन कर दिया गया और उन्हें भी शिक्षक का दर्जा मिल गया लेकिन नियमित और रेगुलर शिक्षकों को जो सुविधाएं मिलती हैं इस तरह की सुविधा इन सहायक शिक्षकों को आज भी नहीं मिल रही है
तो चलिए अब देख लेते हैं कि प्रदर्शन कर रहे इन शिक्षकों की आखिर मांगे क्या-क्या है सबसे पहले तो यह की मोदी की गारंटी के तहत सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति को दूर कर सभी लब संवर्ग को कम उन्नति वेतनमान प्रदान किया जाए पुनरीक्षित वेतनमान में सही वेतन का निर्धारण करएक दशक के गुणांक पर वेतन का निर्धारण किया जाए पूर्ण सेवा अवधि की गणना करते हुए सभी शिक्षक को पुरानी पेंशन को निर्धारित करते हुए भारत सरकार द्वारा 2 सितंबर 2008 के जारी आदेश के समान 33 साल में पूर्ण पेंशन के स्थान पर 20 साल में पूर्ण पेंशन का प्रावधान किया जाए हाई कोर्ट के निर्णय के तहत सभी पात्र शिक्षकों के लिए कम उन्नति समय मां का विभागीय आदेश जारी किया जाए और इसके साथ ही शिक्षक और कर्मचारियों को केंद्र के समान 1 जुलाई 2024 से 3% महंगाई भत्ता दिया जाए जुलाई 2019 से देती थी पर महंगाई भत्ते के एरिया राशि का समायोजन जीएफ और सीजीपीएफ खाता में किया जाए तो शिक्षकों की मांगों को लेकर आपकी कह रहा है हमें कमेंट कर जरूर बताएं