Pandit Pradeep Mishra Katha – उत्तर प्रदेश के मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान एक भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे कई महिलाएं और बुजुर्ग घायल हो गए। बताया जा रहा है कि करीब एक लाख लोग पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने के लिए पहुंचे थे। कथा का आयोजन 20 दिसंबर को हुआ था, जो कि आखिरी दिन था। कथा दोपहर एक बजे शुरू हुई थी, और लोग जल्द से जल्द अंदर घुसने के लिए बेताब थे, जिससे स्थिति बिगड़ गई।
भीड़ को नियंत्रित करने में हुई लापरवाही
जैसे ही लोग कथा स्थल पर पहुंचे, उन्हें अंदर जाने के लिए बाउंसर्स द्वारा नियंत्रित किया गया। बाउंसर्स ने एक-एक करके लोगों को अंदर जाने दिया, लेकिन भीड़ इतनी अधिक थी कि भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। कई महिलाएं और बुजुर्ग बैरिकेडिंग पर चढ़ने की कोशिश कर रहे थे, जिससे कुछ गिर गए और चोटिल हो गए।
एसपी सिटी का बयान
एसपी सिटी आयुष विक्रम से जब मीडिया ने मामले को लेकर सवाल पूछा, तो उन्होंने बताया कि महिलाएं बैरिकेडिंग पर चढ़ने की कोशिश कर रही थीं, और इस कारण कुछ महिलाएं गिरकर घायल हो गईं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि हालात बिगड़ते देख स्थानीय लोगों ने स्थिति को संभालने की कोशिश की और पुलिस को सूचना दी। पुलिस भारी सुरक्षा बल के साथ मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू किया। एसपी ने यह भी साफ किया कि भगदड़ जैसी कोई घटना नहीं हुई थी।
सुरक्षा इंतजामों की कमी और हादसे का कारण
घटना की प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, कथा के आखिरी दिन सुरक्षा इंतजाम सही तरीके से नहीं किए गए थे। विशेष रूप से महिलाओं और बुजुर्गों को एक-दूसरे पर गिरते हुए देखा गया, जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने स्थिति को संभालने की कोशिश की। घायल महिलाओं को अस्पताल भेजा गया, लेकिन यह भी बताया गया कि किसी भी घायल की हालत गंभीर नहीं है।