IAS Puja Khedkar Controversy IAS का मामला आया है इसमें UPSC में गड़बड़ी जैसे फर्जीवाडा को रोकने के लिए अब यूपीएससी की तरफ से कुछ नए नियम लागू किया जा रहे हैं जिसमें देखिए एक तो आई कैमरे और स्कैनर जैसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा जैसे ही एग्जाम में कोई गड़बड़ी मिलेगी तुरंत यूपीएससी हेड क्वार्टर दिल्ली को डायरेक्ट अलर्ट मिलेगा और फर्जी कैंडिडेट होंगे तो एग्जाम सेंटर पर गेट पर ही पकड़े जाएंगे
यूपीएससी द्वारा एग्जाम में सिक्योरिटी बढ़ाने के लिए अब कई बड़े बदलाव किए जा रहे हैं एग्जाम लेने के तरीके में भी बदलाव होगा कैंडिडेट पर टेक्नोलॉजी के जरिए नजर रखी जाएगी फिंगरप्रिंट फैसियल रिकॉग्निशन सिस्टम आई सीसीटीवी सर्विलेंस कैमरे से मॉनिटरिंग होगी महाराष्ट्र पुणे की पूजा का मामला तो आपको पता होगा लेकिन अब वो आईएस नहीं है क्योंकि उनकी इस पोस्ट को ही कैंसिल कर दिया और उन पर अब यूपीएससी एग्जाम देने पर भी लगा दिया है
उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने माता-पिता का नाम बदला कई बार बदले यूपीएससी का एग्जाम भी दिया आप यह दिया कि उन्होंने ओबीसी आरक्षण जैसे कोटे का भी गलत इस्तेमाल कर इस का पद हासिल किया था राइट टू पूजा खेड़कर फॉर्म भरने से लेकर सिलेक्शन तक कई फर्जीवाड़ा करती रही लेकिन यूपीएससी यानी संघ लोक सेवा आयोग इस समय रहते पकड़ नहीं पाया दोबारा ऐसा ना हो
इसलिए अब यूपीएससी के सिस्टम को मजबूत किया जाना और एग्जाम लेने के तरीके में बड़े बदलाव की तैयारी की जा रही है देश का हर एक स्टूडेंट लड़का लड़की जो कोई भी पढ़ाई एजुकेशन से जुड़ा है कॉम्पिटेटिव एक्जाम की तैयारी करना
यूपीएससी के एग्जाम में अब क्या-क्या नए बदलाव लागू होने जा रहे हैं कैसे पूरा सिस्टम काम करेगा इसके साथ ही और क्या-क्या बदलेगा एग्जाम प्रक्रिया से लेकर एग्जाम सिलेक्शन तक में यूपीएससी के टेंडर की भी पूरी होने में दिक्कत आई
तो फिर क्या होगा एजेंसी को एग्जाम से दो-तीन सप्ताह पहले वेन्यू और कैंडिडेट की संख्या मिलेगी यहां तक की अब कैंडिडेट की डिटेल्स भी 7 दिन पहले ही सामने आएंगे पीडब्ल्यूडी के लिए भी खास इंतजाम किए जाएंगे हर इंडिविजुअल कैंडिडेट पर अब कमरे की नजर रहेगी उनकी एक्टिविटी क्या है
कैंडिडेट पर एक कैमरा लगाया जाएगा एग्जाम हॉल की एंट्री से लेकर एग्जिट गेट के साथ भी कंट्रोल रूम कैमरे से कनेक्ट होंगे कुछ और सवाल आपके मन में आ रहे होंगे कि आखिर एआई बेस्ड फेस रिकॉग्निशन सिस्टम कैसे काम करता है
फैस रिकॉग्निशन के दौरान अगर किसी कैंडिडेट को कोई दिक्कत आई तो क्या होगा और दिक्कत ना आए इसके लिए आपको क्या सावधानियां रखनी चाहिए चलिए देखते हैं पॉइंट टू पॉइंट वाइज ऑल डिटेल विस्तार से तो दरअसल दोस्तों सबसे पहले तो यूपीएससी ने नई तकनीक शुरू करने के लिए एक टेंडर निकला है
और इसके जरिए सर्विस प्रोवाइडर एजेंसी को हायर किया जाएगा यह सर्विस प्रोवाइडर कंपनी ही कैंडिडेट की एंट्री से लेकर एग्जिट तक चेकिंग करेगी और पूरा सिक्योरिटी सिस्टम मतलब एक एजेंसी के हवाले होगा ना सबसे पहले सिक्योरिटी होगी इसमें फैसियल रिकॉग्निशन आई कैमरे इंस्टॉल किए जाएंगे यह कैमरा कैंडिडेट्स को चेहरा देखकर नहीं पहचानेगा बल्कि वह दो अंकों के बीच की दूरी नाक से आंखों की दूरी थोड़ी से नाक और आंखों की दूरी को देखकरपहचान करेगा कुल मिलाकर हर एक फेस में जो हमारा चेहरा होता है उसमें 80 नोट्स होते हैं
और आई इसी के आधार पर पहचान करेगा की एग्जाम में कैंडिडेट सही है या कोई डमी या फेक कैंडिडेट तो नहीं है उसकी जगह पर और साथ ही एग्जाम हॉल में अगर किसी तरह की एक्टिविटी जरा भी संदिग्ध लगती है तो सीधा आई कैमरे के में सर्वर में अलर्ट मैसेज चला जाएगा
मान लीजिए अगर कोई कैंडिडेट बिहार या तमिलनाडु के किसी एग्जाम सेंटर पर एग्जाम देते वक्त की झांकी करता है इधर-उधर देखता है तो यूपीएससी दिल्ली के कंट्रोल रूम में इसका अलर्ट रियल टाइम में मिल जाएगा समझ रहे हो इतनी एडवांस होगी यह टेक्नोलॉजी लिए पहले जानते हैं यूपीएससी एग्जाम में होने वाले बदलाव को लेकर तीन अहम बातें हैं जो काफी चर्चा में है नंबर वन यूपीएससी के एग्जाम सेंटर पर एंट्री से पहले ही कैंडिडेट को फेस रिकॉग्निशन फिंगरप्रिंट और एडमिट कार्ड की कर कोड स्कैनिंग से गुजरना होगा यह थ्री स्टेप वेरीफिकेशन होगा और यह काम एक सर्विस प्रोवाइडर कंपनी करेगी |